
भाद्रपद शुक्ल दशमी और मंगलवार – ये कॉम्बिनेशन ऐसा है जैसे कढ़ी-चावल और पापड़। हनुमान जी को समर्पित इस दिन अगर आपने हनुमान चालीसा नहीं पढ़ी, तो फिर Instagram Reels में डूबे रहिए – कल फिर से मंगल दोष में उलझने के लिए तैयार रहिए।
मंगलवार है भाई, हनुमान चालीसा पढ़ने से मिटते हैं दोष, बढ़ता है उत्साह
शास्त्रों में साफ-साफ लिखा है – हनुमान जी का जन्म मंगलवार को हुआ था, और तभी से मंगलवार के दिन उनकी पूजा करना सीधा VIP दर्शन जैसा हो गया।
हनुमान चालीसा पढ़ने से न केवल मंगल दोष, बल्कि वो सारी “परेशानियाँ” मिटती हैं जो Monday blues से Tuesday तक पीछा नहीं छोड़तीं।
हनुमान चालीसा: सिर्फ भजन नहीं, जिंदगी का antivirus
जब जीवन में “System error” बार-बार आ रहा हो, रिश्तों में “Bug” लग गए हों और नौकरी की “RAM” बार-बार हैंग कर रही हो, तो हनुमान चालीसा एकदम Microsoft का अपडेट बन जाती है — सब कुछ स्मूथ चलने लगता है!
डर, रोग और दोष: बजरंगबली सबके डॉक्टर हैं
हनुमान चालीसा का प्रभाव ऐसा है कि इसे पढ़ते ही:
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डर – delete
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रोग – remove
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दोष – uninstall
और साथ में जो मन का ‘cache’ भरा होता है – वो भी साफ़!
हनुमान जी: जिनके नाम से भूत-पिशाच तक गूगल मैप बदल लें
हनुमान चालीसा में लिखा है — “भूत पिशाच निकट नहिं आवे, महाबीर जब नाम सुनावे”
तो आप सोचिए, Negative Energy हो, Toxic Ex हो या Monday की मीटिंग — सब हनुमान जी के नाम से भागते हैं। आज के दिन, चालीसा पढ़ने से ऐसा ‘प्रोटेक्शन शील्ड’ बनता है, जो किसी antivirus से कम नहीं।

भक्ति का Bonus Offer: चारों युगों तक एक्टिव बैलेंस
हनुमान चालीसा एकमात्र ऐसा पाठ है जिसका Validity “चारों युगों” तक है — न recharge करने की जरूरत, न OTP की।
सिर्फ सच्चे मन से पढ़ो, और देखते जाओ — “अंत काल रघुबर पुर जाई, जहाँ जन्म हरिभक्त कहाई।”
और देवता चुप, हनुमान जी हर फॉर्म में फुल-सपोर्ट
जब बाकी देवता busy होते हैं:
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ब्रह्मा: meditation mode on
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विष्णु: शेषनाग पर snooze
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शिव: गंगा स्नान में व्यस्त
तो हनुमान जी हमेशा “Available” रहते हैं।
उनका Status – “Last seen: अभी-अभी”
आज ही करें पाठ, वरना फिर अगला मंगलवार याद दिलाएगा
तो अब भी अगर आप Tuesday को “Taco Tuesday” मानकर हनुमान चालीसा को skip कर रहे हैं, तो सोचिए — जब दफ्तर का AC खराब हो और मैनेजर भी mood में हो, तब किसे पुकारेंगे?
जवाब है – जय बजरंगबली!
अगर आप हनुमान चालीसा को 100 बार पढ़ लें, तो ऐसा माना जाता है कि “सिद्धि साखी गौरीसा” — मतलब ब्रह्मांड भी आपका Resume shortlist कर लेगा!
